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Sunday, December 10, 2017

काले लोग : क़मर शहबाज़ (अनुवाद: देवी नागरानी) Qamar Shahbaz

जेल की डायरी : वीणा शिरंगी (अनुवाद: देवी नागरानी) Veena Shirangi

गुलाब की खुशबू : लियाक़त रिज़वी (अनुवाद: देवी नागरानी) Liyaqat Rizvi

लाटरी : वासुदेव मोही (अनुवाद: देवी नागरानी) Vasudev Mohi

पक्षी उसकी आँखों की नींद चुग गया : मज़हर उल इस्लाम (अनुवाद: देवी नागरानी...

विरासत में मिली ख़ुशबू और रोशनी : ग़ुलाम नबी मुग़ल (अनुवाद: देवी नागरानी) G...

नई ऋतु : काज़ी ख़ादिम (अनुवाद: देवी नागरानी) Qazi Khadim/Devi Nangrani

काला तिल : ग़ुलाम नबी मुग़ल (अनुवाद: देवी नागरानी) Gulam Nabi Mougal/Devi ...

होंठों पर उड़ती तितली : शौकत हुसैन शोरो (अनुवाद: देवी नागरानी) Shaukat Hu...

जड़ों से उखड़े : अनवर शेख़ (अनुवाद: देवी नागरानी)

स्नेह का सावन : इमदाद हुसैनी (अनुवाद: देवी नागरानी) Imdaad Husseini/Devi...

हसरतों का ख़ून : रिज़वान गुल (अनुवाद: देवी नागरानी)

दर्द की पगडंडी : डॉ. हिदायत प्रेम (अनुवाद: देवी नागरानी) Hidayat Prem/D...

दर्द की एक गाथा : शगुफ़्ता शाह (अनुवाद: देवी नागरानी)

बीमार आकांक्षाओं की खोज : मुश्ताक़ अहमद शोरो (अनुवाद: देवी नागरानी) Mush...

जलते अंगारे : सहर इमदाद (अनुवाद: देवी नागरानी) Sahar Imdad/Devi Nangrani

ज़िंदादिली: शेख़ अयाज़ (अनुवाद: देवी नागरानी) Sheikh Ayaz/Devi Nangrani

मज़ाक: हलीम बरोही (अनुवाद: देवी नागरानी) Haleem Brohi/Devi Nangrani

अलगाव की अग्नि: राजन मंगरियो (अनुवाद: देवी नागरानी) Rajan Mangrio/Devi...